जानिए बिमा एजेंट की शब्दावली कैसे होनी चाहिए और कैसे ग्राहक की ना को हाँ में बदलें

नॉमीनेशन (नामांकन)
एक कार्य जिसके तहत पॉलिसीधारक किसी दूसरे व्यक्ति को पॉलिसी की रकम हासिल करने का अधिकार देता है. अधिकारप्राप्त व्यक्ति नामित व्यक्ति कहलाता है.
नॉन कैंसलेबल पॉलिसी.ज (न रद्द की जा सकने वाली पॉलिसियां)
ऐसी पॉलिसियां जो किसी भी सूरत में, जब तक भुगतान होता है, चालू रहती हैं.

प्रीमियम (किश्त)
एक रकम या नियमित भरी जाने वाली रकमों में से एक जो एक पॉलिसीधारक बीमा कंपनीको देता है जिसके बदले बीमा कंपनी करार में विनिर्दिष्ट आपात स्थिति (उदाहरण के लिए मौत) की सूरत में लाभ देने का वायदा करती है.
प्रीमियम बैक टर्म इंश्युरेंस प्लान (प्रीमियम वापसी बीमा योजना)
इनके तहत अगर पॉलिसी की अवधि पूरी होने तक बीमांकिक व्यक्ति जीवित रहता है तो सभी प्रीमियम लौटाये जाते हैं. पॉलिसी की अवधि में मौत की सूरत में समूची बीमांकिक रकम लाभार्थियों को दी जाती है.

रीनस्टेटमेंट (बंद पॉलिसी चालू कराना)
एक बंद पॉलिसी को फिर से चालू स्थिति में लाना. इसके लिए बीमायोग्यता के प्रमाण की आवश्यकता पड़ सकतीहै (और अगर स्वास्थ्य की स्थिति बदली है तो पॉलिसी फिर चालू करने से इंकार भी किया जा सकता है) तथा पिछले ब.काया प्रीमियम की पूरी रकम भरनी होती है.
रिस्क (जोखिम)
बीमा कंपनी पॉलिसी जारी करते समय जोखिम लेने का वायदा करती है. इस जोखिम को आबादी के एक बड़े हिस्से में बांटा जाता है, आंकड़ेवार संभावनाओं में समाहित किया जाता है और किसी अनहोनी की सूरत में सुरक्षा देना बीमा का मूल उद्देश्य है. जोखिम की कल्पना के तहत मौत को एक आपात स्थिति माना गया है. यानी, वैसे तो मौत निश्चित है लेकिन कब आएगी यह अनिश्चित है. जोखिम का आकलन और चयन करने की प्रक्रिया को अंडरराइटिंग कहते हैं.

सैलेरी सेविंग स्कीम (वेतन बचत योजना)
इस योजना के तहत प्रीमियम का भुगतान कर्मचारियों के वेतन से मालिक द्वारा काटकर किया जाता है.
सब स्टैंडर्ड रिस्क (दोयम दर्जे का जोखिम)
एक व्यक्ति जो शारीरिक स्थिति, बीमारी के पारिवारिक या निजी इतिहास, कार्य, अस्वस्थ माहौल में रहने के कारण या .खतरनाक आदतों की वजह से जिसे औसत से कम, या असामान्य बीमा जोखिम के तहत माना जाता है.

सरेंडर वैल्यू (अभ्यर्पण मूल्य)
पॉलिसीधारक को दी जाने वाली वह रकम जो पॉलिसी की अवधि समाप्त होने से पहले ही व्यक्ति के पॉलिसी बंद करने का .फैसला करने की सूरत में दी जाती है.

सरवाइवल बेनी.फिट (जीवित रहने की सूरत में मिलने वाले लाभ)
एक मनी बैक पॉलिसी के तहत भरी गई किश्तों के कारण बकाया रकम बीमांकिक व्यक्ति को देना.

वेस्टिंग ए.ज (पेंशन प्रारंभ होने की उम्र)
वह उम्र जिसमें बीमा और पेंशन प्लान के तहत पेंशन मिलना प्रारंभ होता है.

होल लाइ.फ पॉलिसी (आजीवन बीमा)
यह वह पॉलिसी है जिसके तहत पॉलिसी धारक को ताउम्र प्रीमियम की अदायगी करनी पड़ती है. इसमें दो तरह की पॉलिसी हैं, एक लाभ सहित और दूसरी लाभ रहित. लाभ वाली पॉलिसी में एलआइसी हर वर्ष बोनस की घोषणा करती है लेकिन लाभ रहित पॉलिसी में यह स्वाधिकार नहीं है.

विथ प्रॉफिट पॉलिसी (लाभ सहित पॉलिसी)
वह पॉलिसियां जो बोनस पाने की पात्र होती हैं. यह बोनस मृत्यु दावे या परिपक्वता के समय मिलता है.

विदाऊट प्रॉफिट पॉलिसी (लाभ रहित पॉलिसी)
यह पॉलिसियां बोनस की पात्र नहीं होतीं.

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